डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। कोरोना संकट का व्यापक असर इस बार रामनवमी के त्योहार पर भी देखने को मिला। डेहरी-डालमियानगर के अलावा रोहतास, नौहट्टा, तिलौथू, अकोढ़ीगोला में सादगीपूर्ण तरीके के लोगों ने अपने घरों में रामनवमी मनाई। इस दौरान लोगों ने अपने घरों में माता दूर्गा की पुजा अर्चना भी की। बाजार में भी बड़ी कम संख्य़ा में लोगों की भीड़ देखने को मिली। लोग पुजा सामग्री खरीदने के बाद जल्दी जल्दी अपने घरों की ओर लौटते रहे। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसाद को देखते हुए पुलिस ने हर चौक चौराहे पर कडी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी है। इस दौरान पुलिस बल मौजूद रहा। आपको बता दें कि प्रशासनिक अधिकारियों ने पहले ही साफ कर दिया था कि रामनवमी का जूलूस किसी भी हालत में नहीं निकलेगा। बीजेपी के नगर अध्यक्ष संजय कुमार गुप्ता ने कहा कि भारतीय संस्कृति के वैभव के प्रतीक भगवान श्री राम का दिन है। उन्होंने कहा कि लोगों का सुरक्षित रहना सबसे ज्यादा जरूरी है। इसलिए संकट टलने तक लोग घरों में रहे तो बेहतर होगा।
मंदिरों में भी हुई शीतला माता की पुजा
धार्मिक स्थल को सरकार के निर्देश पर बंद कर दिया गया है। इसके बावजूद मंदिरों के बाहर लोगों ने पुजा अर्चना की और प्रसाद भी चढ़ाया। लोगों ने गाइडलाइन का पालन करते हुए अपने घरों में शीतला माता की पुजा की है।
बाजार में छाया रहा सन्नाटा
डेहरी-डालमियानगर शहर के मुख्या बाजारों में लोगों की कम भीड़ देखने को मिल रही है। इस कारण काफी कम संख्या में दुकानें भी लगी रही। शहर में कोरोना के भय को देखते हुए लोग मास्क पहने बिना अपने घरों से नहीं निकल रहे हैं। ज्यादातर लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते दिखे। इस दौरान खुले सैलून में लोगों को सैनिटाइज करने के बाद ही अंदर एंट्री दी जा रही है। जिले के डीएम के अनुमंडल हॉस्पिटल के औचक निरीक्षण के बाद अधिकारियों में सतर्कता देखने को मिली। DM धर्मेन्द्र कुमार के नेतृत्व में डेहरी अनुमंडल अस्पताल में जांच टीम पहुची, जांच टीम के अचानक पहुंचते ही अस्पताल के कर्मियों में हड़कंप मच गया । कुमार ने बताया की अनुमंडल अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए 50 बेड के इंतजाम किए जाएंगे।
शहरी स्वास्थय केंद्र के 8 कर्मी मिले संक्रमित
मकराइन स्थिति शहरी स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत कई कर्मियों के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिलने के बाद शहर में आपाधापी मची हुई है। सूत्रों के अनुसार, 12 में से आठ लोग जिसमें हेल्थ वर्कर और डॉक्टर शामिल हैं संक्रमित हो गए हैं। जिसके बाद नो एट्री का बोर्ड केंद्र के बाहर टांग दिया गया है।