डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। लॉकडाउन की मार स्वर्ण व्यवसाई झेल रहे हैं। डेहरी के अलावा अकोढ़ीगोला, राजपुर, बिक्रमंगज, कोचस, नौहट्टा और रोहतास प्रखंड में स्वर्ण व्यवसाइयों की आर्थिक हालत काफी खस्ता हो गई है। करीब एक साल से सोने चांदी के व्यवसाइयों को काफी नुकसान झेलना पड़ा है। इस बार फिर कोरोना के दूसरे वेब के कारण उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। कैट और चेंबर ऑफ कॉमर्स से जुड़े बबल कश्यप का कहना है कि शादी ब्याह के इस पीक सीजन से काफी उम्मीदें थी। लेकिन कोरोना के इस दूसरे वेब ने पूरे रोहतास जिले में लॉकडाउन के इस अवधि में लगभग 30 करोड़ के बिजनेस का नुकसान किया है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा विपरित परिस्थिति डेहरी शहर में रहने वाले स्वर्ण कारीगरों की है। उनकी संख्या लगभग 2000 है। उनकी कठिनाई काफी ज्यादा बढ़ी है। कश्यप ने कहा कि लॉकडाउन के नियमों के तहत सोने चांदी के दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं है। जबकि व्यवसाईयों के खर्चे पर किसी भी तरह से लगाम नहीं लगा है। उन्हें जरुरी खर्चों को निकालने में भी परेशानी हो रही है।
कश्यप के अनुसार, डिप्टी सीएम से एक वर्चुअल बैठक के दौरान उन्होंने इस समस्या को भी रखा। लेकिन सरकार की प्रार्थमिकता इस संकट से पहले बाहर निकलने की है। उन्होंने कहा कि संकट के इस दौर में वे सभी सरकार के निर्णय के साथ खड़े हैं। इस आपदा से पूरी तरह निकलने के बाद स्थिति सामान्य होने का इंतजार किया जा रहा है। जिले मुख्यालय सासाराम, डेहरी और बिक्रमगंज के स्वर्ण व्यवसाई इसी तरह की समस्या को गिना रहे हैं। उन्होंने इस तरह के संकट के कारण बैंक लोन के भुगतान में होने वाली देरी पर छूट की मांग की है। इसके अलावा आर्थिक मदद की उम्मीद जताई है। जिससे उनकी समस्या सुलझ सके और व्यवसाय और जीवन पटरी पर आ सके। आलोक कुमार बबलू, मोती प्रसाद गुप्ता, रवि कश्यप, सौरभ कश्यप, सोनू सोनी, संतोष सोनी, पिंटू गुप्ता, उमेश प्रसाद आदि ने बिहार और केंद्र सरकार से उक्त मांगे की है। इन सभी का मानना है कि संकट के इस दौर में उन्होंने सरकार के हर निर्देश का पालन किया। वे आर्थिक तौर पर प्रदेश की उन्नति में सहायक रहे हैं। समय पर सभी टैक्स भरते हैं। इस समय सरकार द्वारा उनके हितों का भी ध्यान रखना चाहिए।
सोने चांदी के भाव में नहीं आई है कमी
आपदा के इस समय में सोने चांदी के भाव में किसी भी तरह की कमी नहीं आई है। लॉकडाउन के पहले जहां सोने का भाव प्रति दस ग्राम 47000 रुपए था। वही फिलहाल बाजार में इसकी कीमत तीन हजार रुपए बढ़ी है। जबकि चांदी का भाव 68 हजार रुपए से बढ़कर 72000 रुपए प्रति किलो हो गया है। रेट बढ़ने के बावजूद इसका कोई भी फायदा रोहतास जिले के व्यवसाईयों को नहीं मिल रहा है। सभी इस संकट के टलने का इंतजार कर रहे हैं।