दरिहट। रोहतास जिले के दरिहट थाना क्षेत्र के बरांव कला पंचायत के मौडिहा गांव में 20 दिन पहले आम तोड़ने को लेकर कहासुनी और मारपीट हो गई थी। इसकी जानकारी मिलने के बाद स्थानीय थाने के प्रभारी मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मामले को शांत कराया और दोनों पक्षों को शांति के साथ रहने की सीख भी दी थी। गांव के कई लोगों ने इस पहल की सराहना भी की। कई ग्रामीणों का मानना है कि अगर पुलिस ने इसके लिए पहल नहीं की होती तो मामला बिगड़ सकता था। इस मामले में दो दिन पहले एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसकी गांव के करीब 50 लोगों ने कहा है कि यह वीडियो भ्रामक है और मनगढ़त खबर फैलाने वाला है। ग्रामीणों ने कहा है कि दोनों पक्षों के बीच जो शांति बनी है उसके पीछे पूरी तरह से पुलिस पदाधिकारियों का हस्तक्षेप है। मौडिहा गांव के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता संतोष उपाध्याय, मुखिया ददन पासवान, अधिवक्ता रजनीश कुमार उपाध्याय के साथ-साथ अन्य लोगों ने वीडियो में दिए बयान को पूरे तरह सच्चाई से कोसों दूर बताया है। इस संबंध में ग्रामीणों ने एसपी को एक आवेदन भी दिया है। जिसमें इस मामले में कुछ निर्दोष लोगों का नाम होने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले में न्याय की गुहार भी लगाई है।
जनप्रतिनिधि ने कहा- भ्रामक खबर फैलाई जा रही है
मुखिया ददन पासवान ने कहा कि दरिहट थाना अध्यक्ष राजेश कुमार चौधरी पर मौडिहा गांव के ही एक व्यक्ति के द्वारा दारू माफियाओं के साथ मिलीभगत की जो भ्रामक खबर फैलाई गई है उसमें किसी भी तरह की सच्चाई है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय थाना अध्यक्ष शराब माफियाओं के खिलाफ लगातार कार्य कर रहे हैं। गांव के कई लोगों ने रोहतास एसपी को आवेदन देकर निर्दोष लोगों का नाम इस मामले से हटवाने का आग्रह किया है।