हैदरनगर। हैदरनगर प्रखंड के कई युवाओं ने झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के ट्विटर एकाउंट पर आग्रह करते हुए कहा कि हैदरनगर प्रखंड तो है किंतु यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं रहने के कारण लोगों को आपातकाल स्थिति में अनुमंडल मुख्यालय या जिला मुख्यालय जाना विवशता बन गया है। ट्विटर एकाउंट पर मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को जानकारी देते हुए कांग्रेस के हुसैनाबाद सोशल मीडिया प्रभारी मोजिबुदिन खां उर्फ गुड्डू, औरंगजेब खां, उपमुखिया हक रजा, गोराडीह पंचायत के मुखिया पंचम खां, राजद नेता अजहर अली उर्फ चिंटू खां सहित कई युवाओं ने कहा कि झारखंड सरकार की ओर से कम्युनिटी हेल्थ सेंटर का निर्माण कराकर स्वास्थ्य की लचर व्यवस्था कर दी गई है। जबकि हैदरनगर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होना अति आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा है कि लगातार दो वर्षों से हैदरनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पूर्णरूप से आपातकाल सेवा बंद कर दिया गया है। जिससे एक लाख से अधिक की आबादी वाले क्षेत्र के ग्रामीण हुसैनाबाद व मेदिनीनगर जाने को विवश है।
इस कोरोना काल जैसे महामारी में हैदरनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में किसी भी तरह का स्वास्थ्य से सम्बंधित कोई सुविधा नही है। जिससे क्षेत्र के कई लोग इस महामारी के दौरान अन्य बीमारियों से काल के गाल में समा गए। मोजिबुदिन खां ने कहा कि अगर हैदरनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा देते हुए महिला चिकित्सक सहित पुरुष चिकित्सक की व्यवस्था कर दी जाती तो यहां के लोग स्वास्थ्य का बेहतर सुविधा ले सकते थे। हैदरनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दो प्रखंडों के 22 पंचायत के लोग ईलाज कराते हैं। किंतु उन्हें चिकित्सक द्वारा गम्भीर स्थिति को देखते हुए अपने ईलाज न कर हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल या मेदिनीनगर सदर अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। जिस कारण मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए हैदरनगर अस्पताल में अविलम्ब स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने की मांग की।