अपराधियों के पास से 81 हजार रुपए, दो देशी कट्टा, पांच जिंदा कारतूस, तीन मोटरसाइकिल के साथ हुई गिरफ्तारी
रोहतास जिले के रहने वाले हैं चारों अपराधी
डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास). जिले में लूट पाट की घटना में संलिप्त गिरोह से सरगना सहित 4 अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके पास से करीब 81 हजार रुपए, दो देशी कट्टा, पांच जिंदा कारतूस, तीन मोटरसाइकिल के अलावा 6 मोबाइल भी बरामद किया गया है. एसपी आशीष भारती ने शनिवार को डेहरी स्थित एसपी कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जिले के डेहरी मुफस्सिल थाना अंगर्तग अमेजन कंपनी के प्रबंधक के साथ लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था. इसके साथ ही राजपुर, सासाराम मुफस्सिल थाना क्षेत्र और डालमियानगर ओपी में भी इस तरह की घटना को अंजाम दिया. एसपी के अनुसार, इन घटनाओं की जांच और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया था. जिसमें डेहरी एसडीपीओ संजय कुमार, सासाराम एसडीपीओ के अलावा डेहरी, तिलौथू और सासाराम मुफस्सिल थाने के पुलिस अधिकारी शामिल थे.
एसपी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर शुक्रवार को डेहरी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सुअरा गांव में छापेमारी की गई. पुलिस को जानकारी मिली थी कि कुछ अपराधी किसी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं. एसपी ने बताया कि विशेष टीम ने सुअरा हवाई अड्डे के पास से संदिग्ध परिस्थितियों में दो मोटरसाइलिक सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें डेहरी के रहना वाला लाल कृष्ण गुप्ता, राहुल कुमार, सासाराम के फजलगंज का रहने वाला सन्नी सिंह और सासाराम के तकिया के रहने वाला दानिश खां को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अभियुक्तों ने लूट पाट की चारों घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकर की है.
एसपी ने बताया कि अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस टीम ने 81200 रुपय नगद राशि के अलावा 6 मोबाइल और एक मोटरसाइलिक बरामद किया है. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ की जा रही है. माना जा रहा है कि इस तरह की अन्य घटनाओं में भी उनकी संलिप्तता हो सकती है. एसपी ने बताया कि अपराधियों को पकड़ने वाले पुलिस टीम में शामिल अधिकारी औऱ पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा.
अमेजन कंपनी के कर्मियों से लूट लिए थे सात लाख रुपए
डेहरी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के तेंदुआ बोरिंग के पास अमेजन कंपनी के मैनेजर से अपराधियों ने सात लाख रुपए लूट लिए थे. घटना 2 अप्रैल की थी. डेहरी से सासाराम जाने के क्रम में हथियार के बल पर चार अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया था.