
डेहरी। ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी युनियन के केन्द्रीय महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव ने केन्द्र सरकार पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार का रवैया रेल कर्मचारियों के प्रति ठीक नही है, वह हमारे साथ सौतेला जैसा व्यवहार कर रही है। आज वैक्सीन तक के लिए रेलकर्मी को ठोकरे खानी पड़ रही है । महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव आज ऑनलाइन माध्यम से पत्रकारों से बात कर रहे थे! महामंत्री ने कहा कि इस महामारी के पहले चरण में जब सभी राज्य सरकारों ने प्रवासी मजदूरों को उनके घर छोड़ने के लिए हाथ खड़े कर दिए तो उस वक्त श्रमिक स्पेशल ट्रेन के जरिए रेलकर्मियों ने 2.06 करोड़ मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुचाया , इतना ही नही बड़ी संख्या में गुड्स ट्रेन का संचालन कर देश के किसी भी कोने में आवश्यक उपभोक्ता वस्तुओं की कमी भी नही होने दी ! इसके अलावा रेल की आमदनी भी डेढ़ गुना ज्यादा हुई ! इस दौरान हमारे 600 रेलकर्मियों की जान चली गई !
दूसरे चरण में पूरे देश मे आक्सीजन की कमी के चलते हाहाकार मच गया , एक जगह से दूसरी जगह आक्सीजन पहुँचाने में जब ज्यादातर सस्थाएं नाकाम रही तो एक बार फिर रेलकर्मियों ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस के जरिये देश के सभी इलाको में ऑक्सीजन की आपूर्ति बहाल की. उन्होंने कहा कि खुद प्रधानमंत्री ने रेलकर्मियों के प्रयासों की सराहना की ! लेकिन केन्द्र सरकार रेलकर्मियों को फ्रंटलाईन कोरोना वारियर्स का दर्जा नहीं दे सकी।
इस मसले पर ईसीआरकेयू ने कल सोमवार 7 जून को ट्वीटर पर एक महाअभियान चलाएगी।जिसमें डेहरी, सासाराम, भभूआ, गया, डीडीयू सहित पूर्व मध्य रेल के पाँचों डिविज़न के 80 हजार से भी ज्यादा रेलकर्मी इस अभियान में शामिल होकर ट्वीटर पर अपनी आवाज़ बुलंद करेंगे। ईसीआरकेयू ने सारी तैयारी कर रखी है। अपने हक और सम्मान के लिए रेलकर्मियों में भी ट्वीटर अभियान की हिस्सा बनने के लिए खासी उत्साह देखी जा रही है। इसके बाद भी सरकार का रवैया नही बदला तो इस आंदोलन को और धार दिया जाएगा।
