हैदरनगर. हुसैनाबाद प्रखण्ड के झारखंड सीमा स्थित दंगवार मथुरा उचांगल विद्यालय के प्रबंध समिति शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारी की उपस्थिति में एक शिष्टमंडल मंगलवार को पलामू के सांसद बीडी राम जिला शिक्षा पदाधिकारी से मुलाकात कर विद्यालय की समस्या से अवगत कराया। शिष्टमण्डल ने उचांगल विद्यालय दंगवार की स्थापना अनुमति मोहन ठाकुर के द्वारा सचिव पद प्रच्छालन अपने स्वार्थ में दिनांक 20 मई 2019 पत्रांक जेएसी 1815/2019 के द्वारा रद करा दिया गया था। मोहन ठाकुर अपने नाम को आभा मंडित करने के स्वार्थ में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जो घोर अन्याय हुआ है। उन्होंने दिए गए आवेदन में कहा है कि वर्तमान माहौल व परिवेश को देखते हुए छात्राओं की शिक्षा हेतु जांच कर विद्यालय को आगे बढ़ाने में सहयोग करे।
शिष्टमण्डल ने कहा है कि विद्यालय की आर्थिक स्थिति भी काफी दयनीय है। उन्होंने आवेदन में कहा है कि दंगवार विद्यालय के आस पास के 10 किलोमीटर दूर के बच्चे कई वर्षों से शिक्षा ग्रहण कर रहे है तथा अभिभावकों का भी दंगवार केंद्र बिंदु है। जिस कारण मथुरा उचांगल विद्यालय दंगवार की स्थिति को देखते हुए स्थानीय ग्रामीण व प्रबुद्ध जन जनहित में एक सशक्त कमिटी का निर्माण कर विद्यालय को बढ़ाने में जुटे हैं। शिष्टमण्डल में विद्यालय द्वारा अधिविद की सारी शर्ते पूरा करने हेतु तत्पर एवं उत्साहित है। इज़्क़ ज्वलन्त उदहारण खण्डित जमीन को एक्वायर कर विद्यालय के एकाउंट में राशि उपलब्ध कराना जो ग्रामीणों के लिए सकारात्मक सोच को दर्शाता है।शिष्टमण्डल ने पत्र में यह भी कहा है कि मथुरा उचांगल दंगवार के नाम कोई संस्था कार्यरत नही है। मोहन ठाकुर द्वारा फर्जी नियुक्ति का फ़रमान जारी कर भोली भाली जनता को ठगने जैसे घृणित कार्य का अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने पत्र में फर्जी नियुक्ति पर तत्काल रोक लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच कराकर घिनौने हरक्क्त करने वालों को दंडित करने की मांग की है।
शिष्टमण्डल में मुख्य रूप से विद्यालय के ट्रस्टी अयोध्या नारायण सिंह उर्फ टिकैत, अध्यक्ष मनोज कुमार, सचिव रविंद कुमार मेहता, कोषाध्यक्ष कमलेश्वर कुमार साह, भूमि दाता लक्ष्मन मेहता, रामाशंकर पाठक, अभिमन्यु सिंह, संतोष राम, रौशन कुमार मेहता, अरुण सिन्हा, हीरा लाल चौधरी मंटू सिंह आदि उपस्थित थे।