बिक्रमगंज संवाददाता। मगध औऱ शाहाबाद क्षेत्र के किसानों के लिए महत्वपूर्ण महत्वकांक्षी इंद्रपूरी जलाशय परियोजना के निर्माण कार्य की जल्द शुरूआत हो इसके लिए केंद्र और बिहार सरकार के पास पहल की जाएगी। दोनों प्रदेशों में गठबंधन की सरकार है और प्रदेश के विकास के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार के बीच बेहतर तालमेल है। जलाशय परियोजना के कार्य में विलंब न हो इसके लिए बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मिलकर इसके लिए पहल की जाएगी। बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बलराम मिश्र ने मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान यह बातें कही। उन्होंने कहा कि वे दिल्ली में केंद्रीय जलसंसाधन मंत्री और प्रदेश के संबंधित मंत्री से इसी महीने मुलाकात करने जा रहे हैं। इस दौरान शाहाबाद क्षेत्र के किसानों के लिए महत्वपूर्ण इस महत्वकाक्षी परियोजना को पूरा कराने की पहल करेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसानों के विकास पर विशेष ध्यान रखती है। शाहाबाद की उर्वर धरती पर खेती में किसी को भी कोई समस्या नहीं हो इसका हमेशा ध्यान रखा जाता है। बिहार सरकार अपने स्तर से इंद्रपूरी जलाशय में पानी के विकट संकट नहीं हो इसके लिए लगातार पहल की है।
आज भी किसान जोह रहे हैं बांट
इंद्रपूरी (कदवन) जलाशय परियोजना के निर्माण के पूरा नहीं होने के कारण पूरे शाहाबाद औऱ मगध क्षेत्र के किसानों की परेशानी बढ़ी है। दिवंगत पीएम राजीव गांधी के प्रयास से 15 जून 1989 को इस महत्वकांक्षी परियोजना को मंजूरी मिली थी। इंद्रपूरी जलाशय परियोजना (पूर्ववर्ती नाम कदवन जलाशय परियोजना) के निर्माण कार्य का शिलान्यास बिहार के तत्कालीन सीएम जगन्नाथ मिश्र ने 1990 में किया था। इस परियोजना का निर्माण कार्य अब तक अधूरा है। इस परियोजना का निर्माण कार्य बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे नौहट्टा प्रखंड मटियांव गांव में होना है। फिलहाल झारखंड की आपत्ति के कारण इसका निर्माण कार्य अधूरा है। शाहाबाद और मगध क्षेत्र के किसानों को अब भी इस परियोजना के पूरे होने का इंतजार है।