हैदरनगर. भाजपा के झारखंड प्रदेश के एफपीओ प्रभारी प्रफुल्ल कुमार सिंह ने कहा कि जबसे प्रदेश में महागठबंधन की सरकार हेमंत सोरेन की अगुवाई में बनी है, तबसे किसानों के दुर्दिन शुरू हो गए हैं। शुक्रवार को पूरे प्रदेश में भाजपा ने किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया। इस अवसर पर प्रफुल्ल सिंह ने कहा कि पहले तो किसानों के फसल को सही तरीके से झारखंड सरकार ने नहीं खरीदा और अब धान क्रय का भुगतान भी नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि किसान अन्नदाता है और जब अन्नदाता के साथ हेमंत सोरेन सरकार अन्याय कर रही है तो प्रदेश की जनता का क्या हाल होगा। नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार अपने कार्यकाल के प्रथम दिन से किसानों की आय बढ़ाने और उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। धान पर इस वर्ष 72 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी जबकि अरहर एवम उडद पर 300 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी की बढ़ोतरी की गई। सबसे ज्यादा तिल की खरीद में 452 रुपये की बढ़ोतरी की गई। पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत आठवीं किस्त के रूप में झारखंड के लगभग 14 लाख किसानों को 286 करोड़ से ज्यादा सीधे खाते में फंड ट्रांसफर किया गया।
उन्होंने कहा कि नवंबर, 2020 में किसानों से धान की खरीद की गयी पर इसके पैसा का भुगतान अब तक नहीं किया गया है। वहीं 2 लाख रूपये तक ऋण माफी और किसानों को मुफ्त बिजली देने का सरकारी वादा भी अब तक धरातल पर नहीं उतरा है। सिंह ने कहा कि प्रदेश की नाकामी की वजह से धान या तो सड़ गये या बिचौलियों के हाथों में किसानों ने औने-पौने दाम पर बेचे।
सिंह ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनने के तुरंत बाद किसानों के धान 2500 रुपए प्रति क्विंटल खरीदने की बात कही थी। परंतु सरकार बने आज 2 वर्ष से भी ज्यादा का समय हो गया है किसानों के धान का समर्थन मूल्य पर भी आज तक किसानों के धान पूरा खरीदी नहीं हो पाया है जो किसानों के धान खरीदी हुए हैं उन्हें भी अभी तक भुगतान नहीं दिया गया है। प्रफुल्ल सिंह ने कहा कि जब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद श्री दीपक प्रकाश के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने आवाज उठाई तब धान की खरीदी प्रारंभ हुई लेकिन बाद में वह भी बंद हो गई। सिंह ने कहा कि जब तक प्रदेश के किसानों को उनका हक नहीं मिलेगा तब तक भाजपा के कार्यकर्ता चैन से नहीं बैंठेगे।