सासाराम (रोहतास) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष आशुतोष सिंह ने बिहार सरकार और रोहतास पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि सासाराम नगर परिषद घोटाला का केस मार्च 2021 में 6 महीना पहले दर्ज था। उसी समय से 6 महीना से सासाराम नगर परिषद के पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी गबन मामले में साठ 60 लाख का घोटाला कर मामले में फरार चल रही थी। और बिहार सरकार उनको इनाम के तौर पर बोधगया का कार्यपालक पदाधिकारी और शेरघाटी का भी प्रभार अतिरिक्त दिया गया था। वह अपने भ्रष्टाचार के पैसे के बल पर बड़े-बड़े पदों पर फरारी समय में भी सारे विकास के करती थी और पुलिस चुपचाप हाथ पर हाथ धरकर बैठी हुई थी। जबकि सासाराम नगर परिषद के वार्ड 11 और 24 में बिना काम कराए 60 लाख रुपये की निकासी कर सरकारी खजाने से रुपए हड़प लिया गया था। और सरकार का किरकिरी होते देख 6 महीना बाद कुमारी हिमानी को गिरफ्तार किया जाता है। सरकार का नीतीश कुमार सरकार में भ्रष्टाचार का बड़ा सबूत जान पड़ता है। अभी भी दो कनीय अभियंता गिरफ्तार नहीं किए गए हैं। उनको जल्द गिरफ्तार की मांग करते हैं। जबकि सासाराम नगर परिषद में उन लोगों के समय का और अभी का टोटल खर्च किए रुपया योजना 40 चालिसो वार्डों में खर्च का फिर से जांच होना चाहिए। वार्डों में कितने लोगों ने धांधली किया है। इन्हीं लोगों के घोटाला के चलते सासाराम नगर निगम बनने के बाद भी लोग नारकीय जीवन जीने के लिए लोग मजबूर है। सभी जगह जलजमाव, गंदगी का अंबार लगा हुआ है।
एनसीपी जिला अध्यक्ष आशुतोष सिंह ने सरकार से मांग की है कि सासाराम नगर निगम के 40 वार्डों में जितने भी रुपए खर्च किए गए हैं सभी का जांच होना चाहिए। चाहे 34 नंबर वार्ड का ठोस प्रबंधक का कार्य हो या सभी जगह का गली, सड़क बनाने का कार्य, नाला नली सफाई का कार्य, डस्टबिन और मोबाइल टॉयलेट घोटाला सभी का पुनः जांच होना चाहिए। यही एनसीपी जिलाध्यक्ष ने बिहार सरकार से मांग की है।