
वार्ड सदस्य को निर्दोष होने का हवाला देते हुए ग्रामीणों ने थाने का किया घेराव -स्थल निरीक्षण कर डीएसपी ने बांड के साथ वार्ड सदस्य को छोड़ा
बिक्रमगंज। थाना क्षेत्र के दुर्गाडीह स्थित पानी टंकी ऑपरेटिंग रूम के अंदर शराब होने की सूचना पर सोमवार की अहले सुबह पहुंची पुलिस ने वार्ड सदस्य को गिरफ्तार कर थाने लाई। वार्ड सदस्य की गिरफ्तारी का भनक लगते ही ग्रामीण पुलिस प्रशासन के विरुद्ध आक्रोशित हो उठे। दर्जनों की संख्या में थाने पहुंच ग्रामीण वार्ड सदस्य को निर्दोष बताते हुए रिहाई पर अड़ गए। ग्रामीणों की बात सुन एसडीपीओ शशि भूषण उक्त पानी टंकी का स्वयं निरीक्षण करने के पश्चात बांड के साथ गिरफ्तार वार्ड सदस्य को रिहा किया। घटना के संबंध में बताया जाता है कि मोरौना पंचायत अंतर्गत दुर्गाडीह वार्ड नंबर 14 स्थित पानी टंकी ऑपरेटिंग रूम में शराब होने की गुप्त सूचना पर स्थानीय पुलिस सोमवार की अहले सुबह पहुंची। पानी टंकी के समीप पुलिस कर्मियों को देख स्थानीय वार्ड सदस्य सोनू कुमार वहां पहुंच गया। जिससे पुलिसकर्मियों ने ऑपरेटिंग रूम का ताला खुलवाया। अंदर देसी महुआ शराब की दो बोतल ले रखी हुई थी। शराब बिक्री एवं सेवन का आरोप लगाते हुए पुलिसकर्मियों ने वार्ड सदस्य को गिरफ्तार कर लिया और थाने ले गए। जबकि लोहे की चदरे से बने ऑपरेटिंग रूम के पीछे का कोना टूटा हुआ था। जिस पर पुलिसकर्मियों ने ध्यान नहीं दिया। वार्ड सदस्य की गिरफ्तारी से ग्रामीण आक्रोशित हो गए। षड्यंत्र के अंतर्गत चुनावी रंजिश करार देते हुए विरोधियों तथा पुलिस की मिलीभगत से वार्ड सदस्य को फसाए जाने का लोग आरोप लगाने लगे। प्रखंड कार्यालय पर नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ उप मुखिया का भी चुनाव सोमवार को सुनिश्चित था।वार्ड सदस्यों से ही उप मुखिया का चुनाव किया जाता है। ग्रामीणों की माने तो उप मुखिया की कुर्सी को लेकर विरोधियों द्वारा यह साजिश रची गई थी। ऑपरेटिंग रूम को पीछे से तोड़कर उसके अंदर शराब की बोतलें रख पुलिस को अपने पक्ष में कर विरोधियों ने इस षड्यंत्र को अंजाम दिया। आक्रोशित दर्जनों की संख्या में महिला एवं पुरुष थाने पर पहुंच वार्ड सदस्य की रिहाई का मांग करते हुए घेराव किया। जिसके बाद एसडीपीओ ने मामले को स्वयं से जांच करते हुए बॉन्ड कर सोनू कुमार को छोड़ा।