
- दूसरा डोज़ एक महीने के बाद
- कोरोना और इसके नये वैरिएंट ओमीक्रोन पर काबू पाने के लिए वैकसिनेशन है जरूरी: डॉक्टर एस पी वर्मा
सासाराम (रोहतास) स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा निर्देश पर सोमवार से प्रारंभ किये गये देश भर में 15 से 18 आयु वर्ग के किशोर – किशोरियों के लिए कोरोना की वैकसिनेशन कार्यक्रम के तहत संत पॉल स्कूल के विद्यार्थियों को कोवैक्सीन का प्रथम डोज़ दिया गया। दूसरा डोज़ सरकार के निर्देशानुसार एक माह के बाद दिया जायेगा। सदर अस्पताल के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के द्वारा विद्यालय के प्रशासनिक सह रोबोटिक भवन के कोरोना वैक्सीनेशन कक्ष में कैम्प लगाकर विद्यार्थियों को कोवैक्सीन का वैक्सीन लगाया गया। वैक्सीन लगाने से पूर्व विद्यार्थियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर, बारी – बारी से सदर अस्पताल से आयी एएनएम मीरा कुमारी एवं कविता कुमारी ने यहाँ के विद्यार्थियों को कोवैक्सीन का 0.5 एमएल वैक्सीन का पहला डोज लगाया।वैकसिनेशन कैम्प में विद्यालय के चेयरमैन डॉ एस पी वर्मा, प्रबंधक रोहित वर्मा, प्राचार्या आराधना वर्मा सहित सदर अस्पताल से आये चिकित्सकों की टीम में डी आई ओ डॉ आर के पी साहू, सदर प्रखंड के प्रभारी डॉ संतोष कुमार, डॉ अफाक अहमद, डॉ सचीन, दिवाकर पाठक, अस्जद इक़बाल सागर एवं ममता कुमारी ने विद्यालय के परिसर में आयोजित वैकसिनेशन कार्यक्रम का जायजा लिया। विद्यालय के चेयरमैन डॉ एस पी वर्मा ने कहा कि देश भर में 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए 3 जनवरी से शुरू किये गये वैक्सीन की डोज कोरोना को हराने के लिए बहुत ही जरूरी है। उन्होंने सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि हर माता-पिता को अपने बच्चों को वैक्सीन दिलवाना चाहिए। वहीं डी आई ओ डॉ आर के पी साहू ने बताया कि कोरोना और इसके नये वैरिएंट पर काबू पाने के लिए हर हाल में वैक्सीन का डोज लेना जरूरी है। सोमवार से शुरू किये गये देश भर में किशोरों के लिये वैक्सीन की डोज बच्चों के लिए भी बहुत आवश्यक है। जबकि विद्यालय के प्रबंधक रोहित वर्मा ने बताया कि विद्यालय के नये भवन में निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य कमरे में विद्यार्थियों का ऑन द स्पॉट पंजीयन कर उन्हें कोवैक्सीन का प्रथम डोज़ दिया जा रहा है, इसके लिए जिला प्रशासन, यूनिसेफ की टीम, सिविल सर्जन रोहतास एवं अन्य चिकित्सकों की टीम को साधुवाद दिया। संत पॉल स्कूल हमेशा से जिला प्रशासन का साथ देता आया है और आगे भी इसी तरह हर कार्यक्रम में अथक प्रयास से हर अभियान को सफल बनता रहेगा।
