डेहरी ओन सोन रोहतास
सम सोसाइटी ऑफ इंडिया का अभियान,” हर घर संविधान, भारत बने महान”.कार्यक्रम के अंतर्गत बाबा साहेब डॉ.भीमराव अम्बेडकर के द्वारा लिखित भारतीय संविधान को जन-जन तक पहुँचाना है. उक्त बातें सम सोसाइटी ऑफ इंडिया के संस्थापक गिरिजाधारी पासवान ने कहा। उन्होंने कहा कि आज देश के बदलते परिवेश की परिदृश्य में भारतीय संविधान के बारे में जानना और समझना बहुत ही जरूरी है.जिस तरह भारत का संविधान हरेक भारतीय के लिए एक पवित्र ग्रंथ है.ठीक उसी तरह भारत का संसद भवन भी हमारे लिए पवित्र मंदिर है.इसे प्रत्येक भारतीय को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए. इसी में भारत का सम्पूर्ण उत्थान संभव है.भारत का संविधान विश्व का सर्वश्रेष्ठ लिखित संविधान है.इसमें सभी भारतीय को समानता,स्वतन्त्रता, न्याय और भाईचारा,बंधुता का अधिकार दिया गया है.जो अपने आप में भारतीय होने का गर्व प्रदान करता है.सबको एक समान शिक्षा हासिल करने का अधिकार देता है.बिना किसी भेदभाव के हमारा संविधान एक व्यक्ति,एक वैल्यू और एक वोट का अधिकार देता है.इसमें एक चपरासी और देश का राष्ट्रपति के बीच किसी तरह का कोई अंतर नहीं है.अमीर और गरीब का भी विभेद नहीं किया गया है.सभी का मान एक समान है.मानव-मानव के बीच के भेद की जो खाई है.उसको समानता रुपी चादर से ढकने का सर्वोत्तम कार्य किया गया है.संविधान के माध्यम से बाबा साहेब डॉ.भीमराव अम्बेडकर ने अनेक शक्तियां प्रदान की है.जिसकी वजह से अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ों को आगे बढ़कर अपनी उन्नति का रास्ता प्रशस्त करने का बेहतर अवसर प्रदान किया गया.
स्वाधीनता प्राप्ति के बाद से अभी तक पचहत्तर वर्षो के दौरान ये संविधान की ही देन है कि बहुजन समाज के लोग प्रत्येक क्षेत्र में असीम सफलता का परचम लहराया है.सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, आर्थिक व शैक्षणिक दृष्टिकोण से काफी उन्नति की है.एक गरीब घर-परिवार की लड़की वह भी दूर दराज की आदिवासी देश की प्रथम आदिवासी महिला राष्ट्रपति पद को सुशोभित कर रही है.एक चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री बन जाता है.अनेकों लोग सांसद और विधायक बनकर देश की सेवा कर रहे है.मुख्यमंत्री और राज्यपाल बन गये.आई.ए.एस,आई.पी.एस,डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, प्रोफेसर जैसे अनेकों पद पर आसीन होकर देश की विकास में अपना योगदान दे रहे हैं.इन सबके पीछे संविधान का बहुत बड़ा सहयोग है.ये सब संविधान का ही देन
है.संविधान हमारे देश का आन,बान,शान है.ये सुरक्षित है तो देश और सम्पूर्ण भारतीय सुरक्षित है.इसीलिए संविधान की सुरक्षा सर्वोपरि है.
आज देश की स्थिति बहुत ही नाजुक और दयनीय हो गई है.संविधान को निरस्त करने की कोशिश की जा रही है.भारतीय संविधान और संसद की गरिमा की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रही है.सारे काम असंवैधानिक तौर पर किया जा रहा है.भारतीय लोकतंत्र जिसका पूरा विश्व लोहा मानता है.वह अन्तिम सांसे गिन रहा है.लोकतंत्र की सरेआम हत्या की जा रही है और यहाँ की जनता मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रही है.बाबा साहेब डॉ.भीमराव अम्बेडकर ने कहा था कि संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो.ये चलाने वाले पर निर्भर करता है वह कितना अच्छा या बुरा है।