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संवाददाता, डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)।
डेहरी नप के पूर्व EO कुमार ऋत्विक पर मिली वित्तिय अनियमितता के शिकायत पर डीएम ने आर्थिक अपराध ईकाई से कराने की अनुशंसा की है। डीएम ने बताया कि संबंधित अधिकारी के ऊपर वित्तीय अनियमितता एवं सरकारी राशि के गबन का शिकायत प्राप्त हुआ था। जिसमें तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का भी आरोप लगाया गया है। इस मामले में संबंधित अधिकारी के खिलाफ सरकारी राशि के गबन करने के संबंध में साक्ष्य सहित प्रतिवेदन प्राप्त किया गया। डीएम ने बताया कि इस मामले में एक संयुक्त जांच दल का गठन किया गया।जिसमें डेहरी एसडीएम और एक वरीय उप समाहर्ता शामिल थे।
इस मामले में उन्हें जांच दल ने 16 जुलाई को अपना प्रतिवेदन दिया था. उन्होंने बताया कि प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर आरोपी अधिकारी से स्पष्टीकरण की मांग की गई। डीएम का कहना है कि इस मामले में आरोपी अधिकारी ने इसका तथ्यहीन तथा भ्रामक स्पष्टीकरण दिया था।
जिसके बाद आरोपों के संबंध में स्पष्ट स्पष्टीकऱण के लिए निर्देशित किया गया। कहा कि संबंधित अधिकारी से किसी भी तरह का स्पष्टीकरण मिला है। डीएम का कहना है कि इस मामले में प्रथम दृष्टया गंभीर वित्तीय अनियमितता परिलक्षित होती है।
जांच दल ने की मामले को EOU को सौंपने की अनुशंसा
जांच दल द्वारा सुमित कुमार एंड संस, पटना तथा सीटो विजन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, पटना के प्रोपराइटरशिप, बैंक खातों की जांच, वित्तीय लेनदेन एवं श्रीकुमार ऋत्विक से इन कंपनी की संबद्धता की जांच जिला स्तर से संभव नहीं होने के कारण आर्थिक अपराध इकाई से इसकी जांच कराने एवं अपने पद का दुरुपयोग करते हुए नगर परिषद देहरी डालमियानगर अंतर्गत वित्तीय कार्यों में प्रथम दृष्टया गंभीर अनियमितता परिलक्षित होने के कारण उक्त पूरे मामले की जांच आर्थिक अपराध इकाई से कराए जाने की अनुशंसा की गई है। जांच दल के द्वारा प्राप्त जांच रिपोर्ट तथा श्रीकुमार रित्विक से कारण पृच्छा किए जाने के बाद भी प्रतिवेदन उपलब्ध ना कराना वित्तीय अनियमितता को परिलक्षित करता है।
आरोपी अधिकारी पर की गई ये कार्रवाई
जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव को श्रीकुमार रित्विक के ऊपर प्रपत्र क गठित कर आरोप पत्र अग्रेतर करवाई हेतु भेजी गई है, साथ ही साथ इस वित्तीय लेनदेन जिसमें बैंक खाता की जांच इत्यादि हेतु मामले की विस्तृत जांच करने के संबंध में कारवाई करने हेतु आर्थिक अपराध इकाई बिहार पटना को भी भेजा गया है।
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