
सासाराम (रोहतास) जनता दल (यूनाईटेड) के द्वारा विकास विरोधी भाजपा द्वारा सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश का पर्दाफाश करने के लिए सतर्कता एवं जागरूकता मार्च निकाला गया। जिला कार्यालय प्रभाकर रोड से पोस्ट ऑफिस चौराहा होते हुए धर्मशाला रोड तक मार्च किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अजय सिंह कुशवाहा के द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि के रुप में रोहतास जिला संगठन प्रभारी प्रभात रंजन सिंह उर्फ दीपक सिंह शामिल हुए। संगठन प्रभारी दीपक सिंह ने कहा कि महा गठबंधन सरकार बनने के बाद देशभर में खुशी का माहौल है। हर राज्य में हम लोगों के सर्वमान्य नेता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस पहल का स्वागत हो रहा है। कार्यकर्ताओं में इस मुहिम को लेकर भारी उत्साह है। यह देखकर भाजपा घबराहट में है और उसकी बेचैनी बढ़ गई है। जिला अध्यक्ष अजय सिंह कुशवाहा ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने 8 सालों में 18 लाख युवाओं को रोजगार देने का कार्य नहीं किया है। 2024 के लोकसभा चुनाव में उसको अपनी हार का अंदाजा लग गया है ऐसे में वह किसी भी स्तर पर उतरकर समाज में अशांति फैलाने का काम करेगी। उसका गुप्त एजेंडा है कि सांप्रदायिक तनाव पैदा करना धार्मिक मुद्दे उठाकर लोगों को भड़काना और हिंसक माहौल बनाना मुख्य प्रवक्ता रिंकू सिंह ने कहा कि सतर्कता एवं जागरूकता मार्च निकालने का मुख्य कारण यह है कि भाजपा की सरकार अपने जुमलो के बदौलत गांव गरीब एवं सीधे-साधे लोग कभी-कभी उसके बहकावे में आ जाते हैं। हम लोगों को भाजपा की इस चाल पर नजर रखनी है। इसलिए महागठबंधन के कार्यकर्ताओं को सावधान रहना होगा और हर स्तर पर सतर्क रहना होगा। नरेंद्र मोदी की सरकार महंगाई पर बात नहीं करती, विकास को बात नहीं करती, नौजवानों की रोजगार के बारे में बात नहीं करती यह सिर्फ मंदिर मस्जिद हिंदू मुस्लिम पाकिस्तान की बात करती है और जनता के भावनाओं को भड़का कर सरकार बनाना चाहती है। इससे हम लोगों को सतर्क रहना होगा देश की जनता ने ऐसी सरकार बनाई है जो सिरिंज से जनता की खून निकाल रही है। हम लोग के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार ने भाजपा को ऐसा हथोड़ा मारा है कि वह 2024 के चुनाव में नहीं उठ सकती है।
सतर्कता एवं जागरूकता मार्च में मुख्य रूप से अरुणा सिंह, सलाम बेग, सविता नटराज, रजिया कामिल अंसारी, प्रमिला सिंह, रेहाना खातून, उषा पटेल, अशोक पटेल, राकेश कुमार मुन्ना, अजय कुमार मिश्रा, सिकंजय सिंह, किरण सिंह, नीरज कुमार, धनजी चौधरी, अभिषेक पटेल, शैलेश पटेल, असलम अंसारी, बनारसी सिंह, डॉ प्रमोद कुमार, बदरे कामिल अंसारी, तौसीफ आलम, मोहिउद्दीन अंसारी, अरुण सोनी, वीरेंद्र गौड़, विनोद पाल, गोरख कुशवाहा, सज्जाद अली, लियाकत राइन, परवेज आलम सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।