
डिजीटल टीम, पटना। राजधानी दिल्ली के महरौली में 6 महीने पहले 26 साल से युवती के साथ हुई विभत्स घटना का महिला अधिवक्ता छाया मिश्रा ने कड़े शब्दों में निंदा की है। श्रद्धा को उसके तथाकथित मित्र आफताब ने कत्ल कर दिया था। उन्होंने कहा है कि इस तरह की घटना की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। महिला मित्र के शरीर के टुकड़े कर दिए और 18 दिनों तक जंगल में टुकड़े फेंकता रहा यह काफी दुखदाई है। उन्होंने इस घटना को 1995 में तंदूरी कांड से भी बड़ी घटना करार दिया है। उन्होंने कहा कि जिस लड़की ने अपने माता और पिता से किनारा कर दिया। अपना घर छोड़ दिया। उसने इस तरह के विभत्स घटना को अंजाम दिया। इस तरह के मामले को भारतीय कानून की नजर में यह रेयरेस्ट ऑफ रेयरमाना जाता है।
उन्होंने कहा है कि इस मामले में त्वरित अनुसंधान हो। इसके साथ ही फास्ट ट्रैक कोर्ट में स्पीडी ट्रायल हो और दोषी आफताब को फांसी से कम सजा न दी जाए। उन्होंने कहा कि इस मामले में अगर उनके श्रद्धा की पैरवी का मौका मिलेगा तो वो किसी भी तरह का शुल्क नहीं लेंगी। बता दें कि छाया मिश्रा पटना हाईकोर्ट की सीनियर अधिवक्ता है। देश के महत्वपूर्ण संस्थानों के साथ जुड़ी हुई हैं। इसके अलावा एडवोकेट्स एसोसिएशन की पूर्व संयुक्त सचिव भी रह चुकी है।