
दिनारा (रोहतास) प्रखंड क्षेत्र के सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूक वांग्मय परिषद की बैठक रविवार को सेवानिवृत्त शिक्षक लक्ष्मण चौबे की अध्यक्षता में सदस्य जगनारायण साह के आवास पर हुई। जिसमें विचार गोष्ठी के माध्यम से समाज के प्रबुद्ध जनों ने समाज एवं संस्कृति में दिनप्रतिदिन हो रहे ह्रास पर चिंता ब्यक्त की। इस बैठक में सदस्यों ने अपनी साहित्यिक रचनाओं, कविताओं के माध्यम से बदलते समाज विशेषकर युवाओं में सदाचार एवं नैतिक मूल्यों में आ रही गिरावट पर अपने विचार प्रकट किया। सदाचार प्रेम,भाईचारा व साम्प्रदायिक सौहार्द, राष्ट्रप्रेम की जगह लोगों निजी स्वार्थ की बलवती भावनाओं से मानवता पर हो रहे आघात की ओर अपना ध्यान आकृष्ट कराया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे सेवानिवृत्त शिक्षक लक्ष्मण चौबे ने कहा कि भारतीय संस्कार भूल रहे लोगों को पश्चिमी सभ्यता की जीवनशैली प्रभावित कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि दया, करुणा, क्षमा एवं सेवाभाव के लिए हम सभी को आध्यात्मिक चिंतन, मनन एवं ज्ञान की जरूरत है, जिससे मानवीय मूल्यों की रक्षा हो सके। बैठक में समाज सुधार, नारी शिक्षा व सम्मान पर भी चर्चा की गई। इस मौके पर श्रीनिवास चौबे, श्रीकृष्ण दुबे, शालिग्राम पाण्डेय, पूर्व शिक्षक रामजी सिंह, गौरीशंकर प्रसाद, कमला प्रसाद सिंह, तारकेश्वर सिंह, काशीनाथ सिंह, जवाहर साह, सत्यनारायण साह, नागेंद्र मिश्र, पूर्व शिक्षक ज्वाला प्रसाद सिंह, समीर कुमार पाण्डेय, तेजबली सिंह, सत्येंद्र कुमार सिंह, कृष्ण कुमार, सीताराम प्रसाद, जग नारायण साह, भरत सिंह, बद्री सिंह, रामजी पाण्डेय सहित समाज के अन्य मौजूद थे।