
बिक्रमगंज (रोहतास) राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ए. एस. कॉलेज बिक्रमगंज के द्वारा सुभाषचंद्र बोस की 126 वीं जयंती समारोह को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया गया । सुभाष चन्द्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 ई० को उड़ीसा के कटक शहर में हुआ था । उनकी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप मे मनाया जाता है । देश के स्वाधीनता संग्राम मे नेता जी की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी । नेताजी ने भारत की आजादी के लिए आजाद हिंद फौज का गठन करके जापान, जर्मनी और अन्य देशों के सहयोग से द्वितीय विश्वयुद्ध मे इंग्लैंड के खिलाफ जंग छेड़ दिया । जिससे आजादी की लड़ाई की रफ्तार तेज हो गई । नेताजी ने ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ का नारा बुलंद किया । जिससे देश के युवा वर्ग और सम्पूर्ण भारतीयों में देश प्रेम का जनसैलाब उमड़ पड़ा । जय हिंद का नारा देकर आजादी में अहम भूमिका का निर्वहन किया । सन 1938 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए और कुछ समय पश्चात आजाद हिंद फौज के सुप्रीम कमांडर बने । नेताजी ने 5 जुलाई 1943 को सिंगापुर टाउन हॉल के सामने सुप्रीम कमांडर के रूप में सेना को संबोद्धित करते हुए ‘ दिल्ली चलो’ का नारा दिया । भारत देश के आजादी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के द्वारा किए गए कार्यों को भुला पाना असंभव है । नेताजी हमारे दिलों में है और अनंत काल तक रहेंगे । कार्यक्रम का नेतृत्व राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी एवं राजनीति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डा. चिंटू के द्वारा किया गया । शिक्षकों में प्रोफेसर रमेश कुमार , अनिल कुमार, प्रभात कुमार, प्रो.सूफिया ,प्रो.सुकेश्वर सिंह, प्रो.मुनमुन चौधरी सहित अन्य स्टाफ मेंबर्स भी कार्यक्रम में शामिल होकर स्वयंसेवकों का उत्साह वर्धन किया।