
करगहर (रोहतास) स्थानीय पी डी एस गोदाम फूड एंड सिविल सप्लाईज यूनियन के मजदूरों ने फिर काम करने से अपना हाथ खड़ा कर दिए। मजदूर मेंठ चंदेश्वर नेता से हुई वार्ता में पता चला कि महामंत्री रामदयाल और जिला प्रबंधक की आपस में वार्ता हुई थी। दोनों अधिकारियों की वार्ता होने के बीच यह तय हुआ था कि मजदूरों की मजदूरी बढ़ा कर दी जाएगी और साथ ही साथ उसका ससमय भुगतान भी करवाया जाएगा। परंतु आश्वासन और वार्ता होने के बाद मजदूर मेठ के पास ना कोई चिट्ठी ना कोई सूचना और ना ही कोई मैसेज आया। उन्होंने सारे मजदूरों को काम करने से मना कर दिया। पुनः आंदोलन का रुख अख्तियार कर मजदूरों ने अपने हाथ खड़े कर दिए। सभी मजदूरों ने बोला की नहीं मिला मजदूरी काम कैसे है जरूरी आधी रोटी खाएंगे अपनी आवाज उठाएंगे। मजदूरों ने यह भी बताया कि कि 7 रुपए प्रति बोरा मजदूरी को बढ़ाकर 9 .10 पैसा प्रति बोरा की बात आला अधिकारियों के द्वारा देने के लिए आश्वासन दिया गया था। परंतु इंतजार करते करते 2 दिन बीत गए साहब अपनी बातों पर खरा नहीं उतरे। जिसके उपरांत स्थानीय पीडीएस गोदाम के पास सभी मजदूरों ने धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी किया। लोगों का कहना यह है कि हम लोग मजदूर हैं भूखे तड़पते और चिलचिलाती धूप में हम लोग दिन रात मेहनत करते हैं और जिसके बाल बच्चे का पेट ना भरे आखिर काम कैसे होगा सरकार जब दे रही है तो हमें इस तरह की मजदूरी हर हाल में मिलना चाहिए। साथ ही साथ मेडिकल सुविधा और जीवन बीमा भी होनी चाहिए। यदि न्यूनतम मजदूरी नहीं मिलेगा तो फिर बाल बच्चे परिवार का पेट कैसे भरेगा। ज्ञात हो कि महानिदेशक विनीत कुमार के आदेशा अनुसार 13/ 5/2022 को 9 रूपया 10 पैसे प्रति बोरा न्यूनतम मजदूरी काम कर रहे मजदूरों को देने की बातें कही गई थी। मौके पर मौजूद चंदेश्वर प्रसाद मजदूर मेठ, राजेश्वर पासवान, जय प्रकाश पासवान, सुदेश्वर पासवान, इस्लाम मिया, महेंद्र प्रभाकर, मनोज पासवान, सुभाष चौहान, सुदेश पासवान, चंदन कुमार, विकास कुमार, शिवचंद प्रभाकर सहित बहुत सारे मजदूर लोग मौजूद थे।