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जिले का प्रतिष्ठित संस्कृति संचेतना का प्रतिनिधि मंच सोन कला केंद्र ने सोमवार को आवासीय सन बीम पब्लिक स्कूल के प्रांगण में भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम के शुरुआत में संस्था के संरक्षक प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ एस बी प्रसाद एवम शिक्षाविद राजीव रंजन सिन्हा ने लता मंगेशकर के तैल चित्र के पास अखंड ज्योत जलाई एवम पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। अपने संबोधन में डॉ प्रसाद ने लता दीदी के जीवनी पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया की उनके बचपन का नाम हेमा था उन्होंने 36 भाषाओं में गाने गाए; उनके पिता जी देहांत जब वो 13 वर्ष की थी तब हो जाने के कारण परिवार की सारी जिम्मेदारियां उनके कंधों पर आ गई। वह अपने भाई बहनों में सबसे बड़ी थी। उनका जीवन संघर्ष से भरा था ।वर्ष1949 में फिल्म महल में “आएगा आने वाला… गीत गाया जो सफल रहा। ऐ मेरे वतन के लोगों… गाने पर नेहरू जी के आंख भर आए। वर्ष 2001 मे उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया। इसके उपरांत स्कूल की छात्राएं ऋतु,संजना,शिवांगी, साफिया,रौशनी, सताक्षी, मिल्खा,वैष्णवी, रितिका एवम स्कूल की शिक्षिका सुकांता शिक्षक निकेश पाठक ने लता के गाने गा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मेरी आवाज ही पहचान है.. प्रीति सिन्हा ने गाया तो वहीं राजू सिन्हा एवम कुमार बिरेंद्र ने भी उनका साथ दिया । कार्यक्रम में संस्था के महिला प्रकोष्ठ की अनुभा सिन्हा, डॉ सी के आनंद, डॉ राकेश, पारस प्रसाद, नंद कुमार सिंह, राजीव सिंह, जय प्रकाश मौर्य, भोला दास, महेंद्र राम ,उदय गुप्ता, टुनटुन सिंह आदि उपस्थित रहे।
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