
चेनारी (रोहतास) जिले के प्रसिद्ध गुप्ता धाम महाशिवरात्रि मेले में तीन दिन पूर्व जा रहे पिकअप पलटने से 3 की मौत हो गई थी। जबकि 19 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। एक महिला लापता थी जिसका शव बरामद करने के लिए लगातार पुलिस प्रशासन द्वारा प्रयास किया जा रहा था। सोमवार को सुबह अंचलाधिकारी निशांत कुमार, एसडीएम मनोज कुमार, डीएसपी संतोष कुमार राय क्रेन मशीन लेकर घटनास्थल पर पहुंचे थे। लगभग 5 घंटे कड़ी मशक्कत के बाद वाहन और शव को बरामद किया गया। मृतक के समधी सुनील सिंह व मंटू सिंह ने मृतका की पहचान की। मृतका की पहचान काराकाट थाना क्षेत्र गेरा गांव निवासी सिकंदर सिंह के पत्नी कुंती देवी बताई गई। बिहार सरकार पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम पहुंचकर घटना की मुयाना किया।
दुर्गावती जलाशय परियोजना के समीप वन विभाग के गेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ एक बैठक की तथा प्रत्येक बिंदुओं पर जांच का निर्देश दिया तथा मृतक के परिजनों से भी मुलाकात की। मृतक चालक डोइया गांव निवासी मिथुन दुबे के परिवार से मिलकर वन विभाग में संविदा के आधार पर नौकरी देने की बात कही। बता दें कि लगातार तीन दिनों से एसडीआरएफ की टीम के द्वारा प्रयास किया जा रहा था। लेकिन शव बरामद नहीं हो रहा था। मृतक के गांव के लोगों ने कहा कि पुलिस प्रशासन की लापरवाही के कारण 80 घंटे तक पानी में डूबा रहा। घटना के दिन ही क्रेन मशीन आती तो वाहन व शव बरामद हो जाती। थानाध्यक्ष निर्मल कुमार ने बताया कि शव बरामद कर ली गई है। ग्रामीणों ने शव का पहचान कर लिया है। शव को पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंपा जा रहा है। पूर्व में ही प्राथमिकी दर्ज की गई है। बता दें कि पुलिस प्रशासन की लापरवाही के कारण एक क्रेन मशीन मंगाने में 4 दिन का समय लग गया। ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग के कर्मियों द्वारा वाहन प्रतिबंध के बावजूद चेक नाका पर वाहनों से नगद राशि वसूल कर प्रतिबंधित इलाके में वाहन भेजा जा रहा था। जिसके कारण यह घटना घटी है सभी बिंदुओं को जांच कर दोषी कर्मियों को कार्रवाई करते हुए यहां से हटाने की मांग की है।