
सासाराम (रोहतास) जिले के बिक्रमगंज अनुमंडल के विभिन्न प्रखंडों के विभिन्न विद्यालयों का दौरा करते हुए गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्याशी डॉक्टर दुर्गा चरण मिश्रा ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षकों को ग्रुप बीमा भी सरकार को कराने चाहिए। सरकार यदि नहीं कराती है तो वह जीतेंगे तो सबसे पहले शिक्षकों को ग्रुप बीमा करेंगे। क्योंकि यदि कलेक्ट्रेट के चपरासी लेवल के किसी व्यक्ति की दुर्घटना होती है तो उसको 2000000 रुपए मिलता है। और आज शिक्षक की दुर्घटना होती है तो उसे 200000 रुपये भी सरकार के पास नहीं है। उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि मध्यम क्लास के और किसान और गरीब के बेटे को चुनाव जीताईए। जो नौजवान रहेगा वही ऊर्जावान होगा और आपके लिए काम कर सकता है। जिसके गांव का पता आप सभी शिक्षकों को मालूम हो जो शिक्षक समाज से आता हो। उन्होंने कहा कि उद्योगपति भी शिक्षक की राजनीति में आकर के शिक्षक एमएलसी को व्यापारिक एमएलसी बना दिए हैं और लड़ाई पूंजीपति और आम शिक्षकों में है। उन्होंने कहा कि पूंजीपति कभी धरना अनशन पर नहीं बैठ सकते हैं और शिक्षकों की लड़ाई नहीं लड़ सकते हैं। यदि दोबारा हम लोग किसी पूंजीपति को जिताएंगे वह व्यक्ति का नाम केवल चेंज होगा। चरित्र और काम वही रह जाएगा। उन्होंने कहा कि आज बहनों को चाइल्ड केयर लीव का लाभ नहीं मिलता है। साथी हर विद्यालय में ना शौचालय है ना पुस्तकालय हैं और ना ही विज्ञान विषय के शिक्षक इसलिए बिहार के शिक्षा को सुधारना है तो शिक्षकों की भी माली हालत सुधारने होगी और वेतनमान देना होगा। इस अवसर पर बिक्रमगंज अनुमंडल के शिक्षक नेता अभिषेक आलोक, अमित तिवारी, रजनीश श्रीवास्तव, संत कुमार उपाध्याय, सुजीत कुमार, शशि प्रकाश नटराजन, डॉ विनोद कुमार, शिव भजन पंडित, फिरोज आलम, डॉक्टर नीलम चतुर्वेदी, अर्चना कुमारी, अनमोल कुमार सिंह, विकास कुमार, अजय कुमार दुबे, खुशबू कुमारी, कमलेश वर्मा, देवनाथ गिरी, वीरेंद्र सिंह, जालंधर पांडेय, शाहिद इकबाल खान, सुनील कुमार सिंह, राजीव रंजन, संजय कुमार सिंह, सुभाष कुमार, प्रवेश सिंह, मुकेश कुमार राम, विकास कुमार, रंजीत कुमार, राजीव रंजन, गुलाब चंद्र गुप्ता, अशोक कुमार, श्रीमती शोभा रानी, भरत भास्कर, संजीत कुमार, उपेंद्र नारायण, रवि शंकर पाठक, संतोष कुमार, कृष्णा सिंह, सुखदेव प्रसाद, दिलीप कुमार, संजय सिंह, मनोज कुमार, श्रीमति सावित्री देवी, अभय कुमार सिंह, प्रमोद उपाध्याय, रामविलास सिंह, मनोरमा कुमारी, सुरेंद्र प्रसाद, विनोद पांडेय सहित सैकड़ों शिक्षक शामिल हुए।