
करगहर(रोहतास)श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी आत्मप्रकाश यति जी महाराज बाबा सिद्धेश्वर नाथ की पावन भूमि करगहर शिव मंदिर के प्रांगण में प्रवचन करते समय बताएं की व्यक्ति बाल्यावस्था से लेकर पूरी जवानी तक अपने स्वार्थ में मतलब का सभी कर्तव्य को पूरा कर ही लेता है जब चौथा पन में पहुंचता है तोअकस्मात ज्ञान होता है सोचता है काश मैं भी ऐसा कर दिया होता उस समय चाह कर भी व्यक्ति कुछ नहीं कर पाता है क्योंकि मनुष्य का जीवन अंतिम दौर में पहुंच चुका होता है मानव रूपी शरीर(महफिल) मे नई रंग और उमंग छा कर क्या करेगी ? तभी तो उन्होंने कहा जीवन खत्म हुआ तो जीने का ढंग आया,शमा बुझ गई तो महफिल में रंग छाया। अमृत फल की वर्षा करते हुए उन्होंने मनुष्य रूपी जीवन की पूरी सार समझा दी।
मन की मशीनरी ने तब चलना ठीक से सिखा, जब बूढ़े तन की हर एक पुर्जे पर जंग छाया।
गाड़ी निकल गई तो घर से चला मुसाफिर, मयूस हाथ मलते वापस बेरंग आया। गांव की महिलाएं एवं गणमान्य व्यक्ति प्रवचन मे बढ़-चढ़कर हिस्सा लिए पूरा पंडाल परिसर भक्तजनों से भरा पड़ा था। मौके पर काफी संख्या में गणमान्य लोग पंडाल मे नजर आए। जिनमें मुख्य रूप से कांग्रेस प्रखंड उपाध्यक्ष मुन्ना पांडेय, शंभू शरण सिंह, सुदामा पांडेय, एलआईसी अभिकर्ता जितेंद्र कुमार पांडेय, रामा शंकर पांडेय, अरविंद पांडेय, चंद्रशेखर पांडेय, पूर्व मुखिया प्रतिनिधि गोपाल पांडेय, समाजसेवी सत्यम पांडेय, भृगुनाथ पांडेय, मनोज पांडेय, हरि गोविंद पांडेय उर्फ गोलू पांडेय, विक्रमा पांडेय, राकेश पांडेय, शशि पांडेय, साधु पांडेय, ध्रुव तारा पांडेय, नथुनी पांडेय, शिव मुनि पांडेय, गौरी शंकर पांडेय उर्फ करझिगन पांडेय, टप्पू पांडेय, समाजसेवी सुनील तिवारी, विजय पांडेय, आदि लोगों ने प्रवचन का आनंद लिया एवं शीश झुकाकर बाबा के चरणों में दीर्घायु होने की आशीर्वाद प्राप्त किया। तत्पश्चात अंत में लोगों को उन बातों को याद दिलाई की लोग वक्त रहते प्रभु को याद नहीं करते हैं समय को पहचानो बर्बाद मत करो समय निकालकर प्रभु की याद कर लो। फुर्सत के वक्त में ना सुमिरन किया प्रभु का, उस वक्त वक्त मांगा जब वक्त तंग आया यानी जब बाल्यावस्था थी जवानी की दौर से गुजर रहे थे तब तो आपने कुछ किया ही नहीं और शरीर थक गया समय गुजर गया वक्त भी तंग आ गया तो अब करने से क्या फायदा।
पूजा में महिलाओं की अच्छी खासी भीड़ देखी गई साथ ही साथ काफी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित होकर आत्मप्रकाश महाराज जी का नगर भ्रमण भी कराएं। नगर भ्रमण में मौजूद रहे सत्येंद्र पांडेय, अजय पांडेय, धनंजय पांडेय, घनश्याम मिश्रा, हीरा पांडेय, भागीरथी सिंह, कपिल शर्मा, ललन पांडेय, विशेश्वर नाथ पांडेय, गिरजा शंकर पांडेय एवं शंकर पांडेय आदि लोगों ने बताया कि पूजा में भाग लेने से मन को शांति एवं जीवन की सारी कष्टों को दूर होने की अनुभूति प्राप्त हो रही है।