
डेहरी-ऑन-सोन रोहतास
दिनेश्वर कुटी धाम , बाई पास रोड, न्यू डिलिया , डिहरी में दान दाता अक्ष्यवर बाबा द्वारा प्रदत्त श्री पयहारी जी महाराज के परम शिष्य बाल ब्रह्मचारी श्री छोटू जी महाराज, श्री शांति जी महाराज, श्री संतोष जी महाराज का शुभ आगमन हुआ।
प्रातः 6 से 9 के बीच सनातन वैदिक परंपरा के अनुसार श्री शांति जी महाराज ने सामूहिक हवन करवाया उसके बाद विनय, आरती हुआ इसके बाद भक्तो ने दर्शन किया, आशीर्वाद लिया और बाल भोग किया। दोपहर में सांस्कृतिक कार्यक्रम आरम्भ हुआ और संध्या 07 बजे तक चला। अंतररास्ट्रीय कलाकार कुमार प्रीतम, भरत शर्मा आदि ने अपने आये हुए आध्यात्मिक , सामाजिक, और भक्तो को मंन्त्र मुग्ध कर दिया भक्तो ने पूरे उत्साह से इसका आनन्द लिया।
मंच संचालन डॉक्टर गंगा सागर सिंह पाली रोड डिहरी और अधिवक्ता बैजनाथ सिंह सासाराम ने किया। डॉक्टर गंगा सागर सिंह ने कहा है कि प्रकृत प्रदत काम, क्रोध, लोभ, भय और अहंकार को रूपांतरित करने के लिये सद्गुरु की शरणागति परम् आवश्यक है , बिनु गुरु भवनिधि तराई न कोई जो बिरंचि शंकर सम होई। तीन लोक नौखण्ड में गुरु से बड़ा न कोये करता कर्म न कर सके गुरु करै से होय। भगवान राम ने भी गुरु वशिष्ठ से शिक्षा ली, भगवान कृष्ण ने भी गुरु सांदीपनि मुनि से शिक्षा ली। तेतीस करोड़ टेवताओ को हम कब और कैसे पूजा करते रहेंगे, इसलिये सदगुरू श्री पयहारी जी महाराज ने कहा कि जो गुरु की पूजा करता है वह सभी देवी, देवताओ की पूजा कर लेता है और अपने लक्ष्य को हासिल कर लेता है। इस मौके पर काफी संख्या मे बिहारी जी महाराज के शिष्य उपस्थित थे।