
सासाराम-जिला कृषि पदाधिकारी पर यूरिया कालाबाजारी का लगे आरोपों की जांच शुरु हो गई है। पटना से आयी तीन सदस्यीय टीम ने जांच शुरु की है। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषी अधिकारीयों व कंपनी के खिलाफ कारवाई की जाएगी। आरोप है कि सासाराम में मुक्ता युरिया में बीभीएफसीएल कंपनी के डीजीएम व में धरती सोना के प्रोपराइटर रौशन कुमार के साथ जिला कृषि पदाधिकारी की मिलीभगत से उर्वरक की काला बाजारी की जा रही थी। इसे ले कृषि निदेशालय ने संयुक्त निदेशक शिक्षा, कृषि निदेशालय सुनिल कुमार पंकज, संयुक्त निदेशक पटना प्रमंडल संतोष कुमार उतम व सहायक निदेशक बीज कृषि निदेशालय सत्य प्रकाश ने संयुक्त रुप से जांच शुरु की है। जांच अधिकारीयों ने जिला कृषि कार्यालय में आरोपों से संबंधित दस्तावेजों को खंघाला। जांच टीम ने क्षेत्र का भ्रमण किया। इसके बाद जिला कृषि पदाधिकारी कार्यालय में बैठक कर आरोप से संबंधित हरेक बिंदुओं पर जांच की। पहले दस्तावेजों का मिलान किया गया। शिकायत कर्ता द्वारा जो भी दस्तावेज दिये गये थे, उनसे जिला कृषि पदाधिकारी कार्यालय में उपलब्ध दस्तावेजों की जांच की गई। इसके बाद जिला कृषि अधिकारी व कंपनी के अधिकारीयों पर आरोप के संबंध में बयान दर्ज किया गया। हालांकि जांच में क्या हुआ। इस बावत जांच अधिकारी कुछ भी बताने से इंकार किया बताया की जांच रिपोर्ट विभाग को सौंपी जाएगी। इसके विभागीय स्तर पर आगे की कारवाई की जाएगी।