By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
KB NewsKB News
Notification Show More
Aa
  • होम
  • समाचार
    • अंतराष्ट्रीय
    • क्षेत्रीय
    • राष्ट्रीय
  • विचार
    • अध्यात्म
    • कला
    • ज्योतिष
    • धर्म
    • परिचर्चा
    • समकालीन
    • संस्कृति
    • साहित्य
  • फोटो गैलरी
  • वीडियो
  • फैक्ट चेक
  • संपर्क
  • ई पेपर
Reading: लोको पायलट पर रेलवे का रहता है विशेष ध्यान, बढ़ी सुविधाएं इतनी की आप भी कहेंगे वाल
Share
Aa
KB NewsKB News
Search
  • होम
  • समाचार
    • अंतराष्ट्रीय
    • क्षेत्रीय
    • राष्ट्रीय
  • विचार
    • अध्यात्म
    • कला
    • ज्योतिष
    • धर्म
    • परिचर्चा
    • समकालीन
    • संस्कृति
    • साहित्य
  • फोटो गैलरी
  • वीडियो
  • फैक्ट चेक
  • संपर्क
  • ई पेपर
Have an existing account? Sign In
Follow US
KB News > समाचार > क्षेत्रीय > लोको पायलट पर रेलवे का रहता है विशेष ध्यान, बढ़ी सुविधाएं इतनी की आप भी कहेंगे वाल
क्षेत्रीयसमाचार

लोको पायलट पर रेलवे का रहता है विशेष ध्यान, बढ़ी सुविधाएं इतनी की आप भी कहेंगे वाल

GOVINDA MISHRA
Last updated: 2024/07/10 at 6:18 PM
GOVINDA MISHRA  - Founder Published July 10, 2024
Share
SHARE

डिजिटल टीम, हाजीपुर।लोको पायलट रेलवे परिवार के महत्वपूूर्ण सदस्य हैं। ऐसे में रेलवे उन्हें हर तरह की बेहतर सुविधाएं दे रही है। पिछले दस वर्षों में लोकोमोटिव पायलटों की कार्य स्थितियों में बड़े सुुधार किये गये हैं। जब पायलट अपने मुख्‍यालय से बाहर होते हैं, तब एक यात्रा पूरी होने पर वे आराम के लिए रनिगं रूम में आते हैं। 2014 से पहले रनिगं रूम की हालत बहुत ख़राब थी लेकिन आज रनिगं रूम में काफी सुधार हुआ है। लगभग सभी 558 रनिंग रूम अब वातानकुूलित हैं। कई रनिगं रूम में फुट मसाजर भी उपलब्ध कराए जाते हैं। लोको पायलटों की कार्य स्थितियों को समझे बिना समाज के कुछ वर्गों द्वारा इसकी आलोचना की गई। पायलट लोको कैब से लोकोमोटिव चलाते हैं। 2014 से पहले कैब की हालत बहुत ख़राब थी। 2014 के बाद से एर्गोनोमिक सीटों के साथ कैब में सधुार किया गया है और 7,000 से अधिक लोको कैब वातानकुूलित हैं। नये लोकोमोटिव का निर्माण वातानकुूलित कैब के साथ ही किया जाता है। लोको पायलट के ड्यूटी घंटो की सावधानीपूर्वक निगरानी की जाती है। यात्राओं के बाद विश्राम भी बहुत सावधानीपूर्वक प्रदान किया जाता है। ड्यूटी के घंटेे निर्धारित समय के भीतर रखे जाते हैं। इस वर्ष जून माह में औसत ड्यूटी घंटेे की अवधि 8 घंंटे से कम है। केवल अत्यावश्यक स्थिति में ही यात्रा की अवधि निर्धारित घंटे से अधिक होती है। पिछले कुछ वर्षों में बड़ी भर्ती प्रक्रिया पूरी की गई और 34,000 रनिंग स्टाफ की भर्ती की गई है। वर्तमान में 18,000 रनिंग स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। फर्जी खबरों से रेल परिवार को हतोत्साहित करने का प्रयास विफल होगा। पूरा रेल परिवार हमारे देश की सेवा में एकजुट है।

लोको पायलट के लिए उपलब्ध सुविधाएं

वातानकुूलित विश्रामकक्ष (AC रनिगं रूम)- 2004-14 के मध्‍य शून्‍य जबकि 2014-24 के मध्‍य सभी 558 के रनिंग रूम में AC की सुविधा प्रदान की गयी।

इंजन के अंदर वातानकुूलित केबिन (AC लोको कैब)- 2004-14 के मध्‍य शून्‍य जबकि 2014-24 के मध्‍य 7075 लोको में AC की सुविधा प्रदान की गयी।

इंजन के अंदर टायलेट सुविधाएँ- 2004-14 के मध्‍य शून्‍य जबकि 2014-24 के मध्‍य 815 इंजन के अंदर टायलेट की सुविधा प्रदान की गयी।

GOVINDA MISHRA

Proud IIMCIAN. Exploring World through Opinions, News & Views. Interested in Politics, International Relation & Diplomacy.

TAGGED: indian railway, loco pilot, railway news
GOVINDA MISHRA July 10, 2024 July 10, 2024
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Print
What do you think?
Happy0
Love0
Surprise0
Cry0
Angry0
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News

भारतीय सैनिकों के शौर्य गाथा को गौरवान्वित करने के लिए सिविल डिफेंस एवं स्कूली बच्चों ने निकाला तिरंगा यात्रा
क्षेत्रीय समाचार
जमाना बड़े शौक से सुन रहा था तुम ही सो गए यह दास्तान कहते-कहते: राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान
क्षेत्रीय समाचार
याद किए गए डॉ मुनीश्वर पाठक, पुण्यतिथि पर दी गई श्रद्धांजलि
क्षेत्रीय समाचार
संघ से जुड़े अधिवक्ताओं को आपातकालीन स्थिति में मिलेगी अनुग्रह राशि
क्षेत्रीय समाचार

Find Us on Socials

100 Like
200 Follow
220 Subscribe
KB NewsKB News
Follow US
© Copyright 2023 KBNews. All Rights Reserved
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?