By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
KB NewsKB News
Notification Show More
Aa
  • होम
  • समाचार
    • अंतराष्ट्रीय
    • क्षेत्रीय
    • राष्ट्रीय
  • विचार
    • अध्यात्म
    • कला
    • ज्योतिष
    • धर्म
    • परिचर्चा
    • समकालीन
    • संस्कृति
    • साहित्य
  • फोटो गैलरी
  • वीडियो
  • फैक्ट चेक
  • संपर्क
  • ई पेपर
Reading: महर्षि वात्स्यायन के ”कामसूत्र” वाले देश में सेक्स ताबू नहीं है, लेकिन पश्चिम की नकल…………… !
Share
Aa
KB NewsKB News
Search
  • होम
  • समाचार
    • अंतराष्ट्रीय
    • क्षेत्रीय
    • राष्ट्रीय
  • विचार
    • अध्यात्म
    • कला
    • ज्योतिष
    • धर्म
    • परिचर्चा
    • समकालीन
    • संस्कृति
    • साहित्य
  • फोटो गैलरी
  • वीडियो
  • फैक्ट चेक
  • संपर्क
  • ई पेपर
Have an existing account? Sign In
Follow US
KB News > विचार > धर्म > महर्षि वात्स्यायन के ”कामसूत्र” वाले देश में सेक्स ताबू नहीं है, लेकिन पश्चिम की नकल…………… !
धर्मविचारसमकालीन

महर्षि वात्स्यायन के ”कामसूत्र” वाले देश में सेक्स ताबू नहीं है, लेकिन पश्चिम की नकल…………… !

GOVINDA MISHRA
Last updated: 2024/07/23 at 5:59 PM
GOVINDA MISHRA  - Founder Published July 23, 2024
Share
फोटो साभार: https://helloswasthya.com/
SHARE

एक छोटी सी यात्रा पर निकला था। मेरे शहर के अधेड़ उम्र के पढ़े लिखे ड्राइवर साथ में थे। उन्होंने पूछा कि क्या लड़के लड़कियां बिना शादी के बड़े शहरों में साथ में रहते हैं। ग्रामीण परिवेश वाले इस शख्स के लिए यह सुनना संस्कार को गौण करने वाली बात जैसी थी। डिजिटल यूग में हर तरह के कंटेंट आपके पास रहते हैं। कोई भी सूचना आपसे दूर नहीं रह सकती। तो क्या कामसूत्र वाले देश में सेक्स पर बात करना ताबू की तरह है? ऐसा मुझे नहीं लगता। मेरी एक पत्रकार मित्र हमेशा अपने परिवार के लोगों के बारे में शिकायत करती थी। उनपर पैनी नजर रखी जाती है। कहां जा रही हैं और किससे मिल रही हैं। हम भारतीय पश्चिम की नकल करते हैं लेकिन उनकी तरह नहीं बन सकते। उनके सामाजिक परिवेश में जो स्वीकार्यता नहीं है वो हमारे यहां उसी परिस्थिति में कैसे सही मान लिया जाए।

सामाजिक नियम जिसे लोकाचार कहते हैं वो समय, परिस्थिति और काल के अनुसार बदलते भी है। आज लव मैरेज जैसे अपवाद को छोड़ दिया जाए तो विवाह संबंध में समझदार माता पिता लड़का और लड़की दोनों से सहमति ले लेते हैं। आलेख का उद्देश्य पर आते हैं कामसूत्र वाले देश में सेक्स पर बात करना ताबू नहीं है। लेकिन क्या यह जरूरी है? क्या यह जरूरी है कि हर बातों को सार्वजनिक तरीके से समाज के सामने रखा जाए। सामाजिक स्वीकार्यता के लिए जरूरी है कि पहले किसी भी मुद्दे को लोगों तक लगातार पहुंचा जाए। एक समय के बाद उसे सरलता से अपना लिया जाएगा। इस तरह के प्रयास से समाज को किस रास्ते पर ले जाया जाएगा यह विचारणीय विषय है। फेसबुक और यूट्यूब पर डॉक्टर, कंटेंट क्रिएटर लगातार इसपर बातें कर रहे हैं। लेकिन मोबाइल के दौर में इस तरह के कंटेंट की पहुंच हर उम्र वर्ग तक हो जा रही है। छोटे बच्चों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जिन बातों को उनके उम्र में परिवार के लोग शेयर करने से परहेज करते हैं किशोरावस्था के बाद उनको इसकी जानकारी दी जाती है। कम से कम घर की महिलाओं की आपस में हर मुद्दे पर बात होती है। भारत में एक दौर ऐसा आया कि लोग परिवार को बढ़ाने की बातों से दूर होने लगे तब मंदिरों में इसका चित्रण किया गया। ताकि समाज आगे बढ़ते रहे। इस अपसंस्कृति से सामाजिक ताना बाना और ढ़ांचा धवस्त हो रहा है।

(लेखक गोविंदा मिश्रा केबी न्यूज के फाउंडर एडिटर हैं। उनके ये व्यक्तिगत विचार हैं।)

 

GOVINDA MISHRA

Proud IIMCIAN. Exploring World through Opinions, News & Views. Interested in Politics, International Relation & Diplomacy.

TAGGED: INDIAN CULTURE, KAMSUTRA
GOVINDA MISHRA July 23, 2024 July 23, 2024
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Print
What do you think?
Happy0
Love0
Surprise0
Cry0
Angry0
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News

भारतीय सैनिकों के शौर्य गाथा को गौरवान्वित करने के लिए सिविल डिफेंस एवं स्कूली बच्चों ने निकाला तिरंगा यात्रा
क्षेत्रीय समाचार
जमाना बड़े शौक से सुन रहा था तुम ही सो गए यह दास्तान कहते-कहते: राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान
क्षेत्रीय समाचार
याद किए गए डॉ मुनीश्वर पाठक, पुण्यतिथि पर दी गई श्रद्धांजलि
क्षेत्रीय समाचार
संघ से जुड़े अधिवक्ताओं को आपातकालीन स्थिति में मिलेगी अनुग्रह राशि
क्षेत्रीय समाचार

Find Us on Socials

100 Like
200 Follow
220 Subscribe
KB NewsKB News
Follow US
© Copyright 2023 KBNews. All Rights Reserved
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?