डिजिटल टीम, नई दिल्ली। श्री अरबिंदो कॉलेज (ईवनिंग), दिल्ली विश्वविद्यालय ने लेट्स डू इट इंडिया फाउंडेशन के साथ मिलकर शुक्रवार, 20 सितंबर को विश्व स्वच्छता दिवस 2024 के अवसर पर वैश्विक पर्यावरणीय ज़िम्मेदारी के प्रति जागरूकता पर केन्द्रित कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारत में एस्टोनिया गणराज्य की राजदूत, सुश्री मर्जे लूप उपस्थिति रही। इस अवसर पर एस्टोनिया दूतावास के अन्य कर्मचारी, कॉलेज के शिक्षकगण, लेट्स डू इट इंडिया फाउंडेशन के प्रतिनिधि, एनएसएस स्वयंसेवक और छात्र-छात्राओं की भी सहभागिता रही, जिसने एक स्वच्छ और हरे-भरे विश्व के लिए सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता को रेखांकित किया।
श्री अरबिंदो कॉलेज (ईवनिंग) के प्राचार्य, प्रोफेसर अरुण चौधरी ने राजदूत सुश्री मर्जे लूप और अन्य गणमान्य अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया। इस सामूहिक पहल के तहत, कॉलेज ने एक व्यापक स्वच्छता और जागरूकता अभियान का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य परिसर और आसपास के समुदाय में सतत पर्यावरणीय प्रथाओं को बढ़ावा देना था।
अपने संबोधन में, प्राचार्य प्रोफेसर अरुण चौधरी ने युवा पीढ़ी की सामाजिक चेतना को दिशा देने में ऐसी पहलों की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया। उन्होंने कहा, “स्वच्छता केवल बीमारी से बचने का उपाय नहीं, बल्कि जीवन के हर पहलुओं में उत्तरोत्तर उन्नति के लिए सकारात्मक ऊर्जा एवं शक्ति प्रदान करता है, इसलिए अच्छा जीवन जीने के लिए हमें स्वच्छता को अपने जीवन का एक आवश्यक आयाम बना लेना चाहिए” और इस बात पर जोर दिया कि हमें एक ऐसी पीढ़ी को विकसित करना चाहिए जो न केवल अकादमिक रूप से उत्कृष्ट हो, बल्कि अपने पर्यावरण की जिम्मेदारी भी उठाए। उन्होंने यह भी बताया कि ये कार्यक्रम कैसे छोटे-छोटे समर्पित प्रयासों को वैश्विक चुनौतियों से जोड़ते हैं, और प्रत्येक व्यक्ति के इन्हीं समर्पित प्रयासों से सस्टेनेबल अर्थ बनाने का सपना पूरा हो सकेगा। उन्होंने कॉलेज की एनएसएस इकाई का आभार व्यक्त किया, जिसने इस कार्यक्रम का सफल आयोजन किया।
भारत में एस्टोनिया की राजदूत, सुश्री मर्जे लूप ने विश्व सफाई दिवस के वैश्विक महत्व पर प्रेरक उदबोधन दिया। उन्होंने बताया कि यह जमीनी आंदोलन कैसे विकसित होकर दुनिया के सबसे बड़े नागरिक आंदोलनों में से एक बन गया, जिसमें 180 से अधिक देशों के लाखों वालंटियर शामिल होते हैं। अपने संबोधन में, राजदूत मर्जे लूप ने कहा, “विश्व सफाई दिवस सिर्फ एक दिन का कार्यक्रम नहीं है; यह नागरिकों को कूड़ा-प्रबंधन और पुनर्चक्रण के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करने वाला एक आंदोलन है। एस्टोनिया और भारत, भौगोलिक दूरी के बावजूद, एक स्वच्छ ग्रह के लिए एक समान दृष्टिकोण रखते हैं। हमें विश्वास है कि जब लोग किसी उद्देश्य के लिए एकजुट होते हैं, तो महान परिवर्तन संभव होते हैं।” उन्होंने श्री अरबिंदो कॉलेज के छात्रों और शिक्षकों के उत्साह की सराहना की और पर्यावरण संरक्षण के वैश्विक मिशन में उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया।
इस स्वच्छता और जागरूकता अभियान में भाग लेने वाले एस्टोनिया दूतावास के सदस्यों में डीसीएम मार्गस सोल्न्सन, पिले सोल्न्सन, स्वेन सूसार, केरस्ती सूसार, सुसान धवन, अजिता विजयन, रश्मि पुरोहित, निकिता अग्रवाल, सोम विजय और मान सिंह शामिल थे। लेट्स डू इट इंडिया फाउंडेशन के श्री प्रदीप सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित थे। उन्होंने इस वैश्विक आंदोलन का हिस्सा बनने के अवसर के लिए अपनी सराहना व्यक्त की, जिसका हमारे आसपास के पर्यावरण पर सीधा प्रभाव पड़ता है। एस्टोनिया दूतावास की एक सदस्य, पिले सोल्न्सन ने कहा, “यह जानकर बहुत अच्छा लगता है कि दिल्ली में हमारे छोटे-छोटे प्रयास भी एक विश्वव्यापी पहल का हिस्सा हैं। यह वास्तव में प्रेरणादायक है और हम इस भावना को आगे बढ़ाने और अधिक लोगों को इस प्रयास में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने की उम्मीद करते हैं।”
कार्यक्रम में एक सशक्त स्वच्छता और जागरूकता अभियान भी आयोजित किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने कॉलेज परिसर और आस-पास के क्षेत्रों की सफाई में सक्रिय रूप से भाग लिया। यह गतिविधि संस्थान के भीतर और व्यापक समुदाय में स्वच्छ पर्यावरण बनाए रखने के प्रति एकजुटता और प्रतिबद्धता का प्रतीक थी। जागरूकता अभियान का केंद्र बिंदु कचरे के पृथक्करण, सिंगल-यूज़ प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और पुनर्चक्रण के महत्व पर जानकारी फैलाना था। वालंटियर्स एवं एनएसएस कार्यकर्ताओं ने आस-पास के निवासियों को पर्चे वितरित किए और उनके साथ संवादात्मक सत्रों में भाग लिया, जिसमें पर्यावरणीय गिरावट के खिलाफ कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया और उन्हें अपने दैनिक जीवन में सतत आदतों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
श्री अरबिंदो कॉलेज (सांध्य) में विश्व स्वच्छता दिवस 2024 केवल एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि स्वच्छता और सतत विकास के प्रति हमारे निरंतर प्रतिबद्धता को और अधिक बल देने की शुरुआत थी। कॉलेज ने इस तरह की पहलों को जारी रखने और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने का संकल्प लिया है। श्री अरबिंदो कॉलेज (सांध्य), लेट्स डू इट इंडिया फाउंडेशन और एस्टोनिया दूतावास के बीच का यह सहयोग एक अधिक पर्यावरण-चेतन समाज बनाने की दिशा में एक आशाजनक कदम है।