डिजिटल टीम, नई दिल्ली। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया सहित अन्य संगठनों ने बिहार के वैशाली और मुजफ्फरपुर जिले में पत्रकारों की हिरासत में लेने और गिरफ्तारी का विरोध किया है। इस संबंध इनका कहना है कि बिहार में मीडिया की आवाज को लगातार कुंद करने का काम किया जा रहा है। जिला प्रशासन वैधानिक कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करने की जगह जानबुझकर पत्रकारों को परेशान कर रहा है। संगठनों का आरोप है कि सरकार के खिलाफ रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों को परेशान किया जा रहा है। जबकि अधिकारी अपनी जवाबदेही से भाग रहे हैं। संबंधित संगठनों का आरोप है कि 6 पत्रकारों पर एफआईआर और नोटिस किया गया है। जिनमें से कई मुख्यधारा की मीडिया से जुड़े हुए हैं। मुजफ्फरपुर में पत्रकार मिथुन मिश्रा को फर्जी मामले में जेल भेजा गया। वे गिरफ्तारी से पहले बाढ़ कार्य में चल रही अनियमितता पर अपने रिपोर्ट के माध्यम से बात रख रहे थे। कुछ महीने पहले दो पत्रकारों की इसी जिले में हत्या कर दी गई थी। इस मामले में भी कानूनी कार्रवाई की जगह पुलिस मीडिया कवरेज को रोकने का प्रयास करती रही। प्रेस क्लब सहित सभी संगठनों ने इस तरह के मामले में जांच और कार्रवाई की मांग की है।
Press bodies — @PCITweets, @iwpcdelhi and Press Association, express concern over indiscriminate detention of journalists in Bihar’s Vaishali and Muzaffarpur districts. #JournalismIsNotACrime @PressCouncil_IN @MIB_India @NitishKumar @IPRDBihar pic.twitter.com/m1DnkBRr3Z
— Press Club of India (@PCITweets) October 7, 2024