
स्थानीय थाना का नहीं मिला सहयोग
नासरीगंज (रोहतास) स्थानीय प्रखण्ड के धुस लख स्थित आरा नहर हाइड्रल बिजली ऑफिस के पीछे नहर से वन विभाग की टीम ने 5 घण्टे के गहन मिशन के क्रम में घड़ियाल को बुधवार देर शाम आखिरकार पकड़ने में सफल रही। उक्त घड़ियाल सुबह से ही प्रखण्ड क्षेत्र के आरा नहर में देखा गया। नहर के समीप उपस्थित लोगों ने उक्त घड़ियाल को देखते ही स्थानीय पुलिस व वन विभाग को सूचित किया। सूचना मिलते ही चार दर्जन से अधिक संख्या में वन विभाग के अधिकारी पूरी तैयारी के साथ मजबूत,एक दर्जन जाल, रस्सा, चलंत नाव, समेत स्पॉट पर पहुंची और रेस्क्वि में जुट गई। वन विभाग की टीम ने इस बार उक्त मगरमच्छ को पकड़ने का ठान लिया था। 50 की संख्या में विभाग की टीम ने उक्त जीव को जाल बिछा कर चहुंओर से घेरा एक प्रकार से क्षेत्र के पूरे आरा नहर की नाका बंदी कर दी। अंततः देर शाम धुस स्थित आरा नहर हाइड्रल कार्यालय के समीप जाल में पूरी तरह से उक्त घड़ियाल पकड़ा गया। इस बार विभाग की टीम पूरी तैयारी के साथ आई थी पूर्व की भांति जाल भी भारी भरकम व मजबूत था।
विभाग के फोरेस्टर अमित कुमार के नेतृत्व में उक्त ऑपेरशन सफल हुआ। उक्त अधिकारी ने बताया कि उक्त लगभग 20 फिट का घड़ियाल बहुत विशाल था। उसे पकड़ना अनिवार्य था अन्यथा कभी भी किसी भी मवेशी या मनुष्य को खतरा पहुंचा सकता था। बड़ी मशक्कत के बाद 50 की संख्या में लगे विभगिय टीम के अथक प्रयास और सहयोग से रेस्क्यू सफल हुआ और उसे पकड़ कर बाहर निकाला गया।इतना भारी भरकम था कि जाल के गिरफ्त में आने के बाद भी एक से डेढ़ घण्टे विभाग की टीम को पानी से बाहर निकालने में समय लगा। उक्त मगरमच्छ को देखने के लिए विशाल जन सैलाब उमड़ पड़ा। अंधेरा होने के बावजूद लोग मोबाइल का लाईट जलाकर उसे देखने के लिए अंत तक डटे रहे।
वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि इसे जाल सहित ले जाया जायेगा और वरीय अधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जायेगी। इसके पकड़े जाने पर लोगों ने और वन विभाग की टीम ने राहत ली। स्थानीय थाना का इसमे कोई सहयोग नहीं मिला जो शर्म की बात हैं। बताते चलें कि उक्त मगरमच्छ पहली बार 23 अगस्त को अकोढ़ीगोला नहर में देखा गया था।उसके बाद डेहरी में,डेहरी में वन विभाग की टीम के द्वारा पकड़ने का प्रयास असफल रहा था। अन्ततः नासरीगंज में पकड़ा गया।
मौके पर पूर्वजिलापार्षद अनिल सिंह, भाजपा नगर अध्यक्ष संजय कुमार उर्फ लालबाबू, बीडीसी प्रतिनिधि धर्मेंद्र सिंह, सुनील यादव, गोपी यादव, छोटू यादव, मुन्ना,बृजेश, सागर, विकास मित्र लालमोहर प्रसाद, रहमत हुसैन सहित अन्य लोग का सहयोग रहा।